Sardar Bhagat Singh Birthday Anchoring Script in Hindi

Anchoring
By Anchoring
Bhagat Singh Birthday Anchoring Script

Bhagat Singh Birthday पर एंकरिंग स्क्रिप्ट

स्वागत भाषण (Welcome Speech)
[एंकर मंच पर आते हैं, मुस्कान के साथ दर्शकों का स्वागत करते हुए]

नमस्ते, सभी को मेरा दिल से स्वागत! आज का दिन बहुत ही खास है क्योंकि हम एक ऐसे महान क्रांतिकारी का जन्मदिन मना रहे हैं जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। जी हां, मैं बात कर रहा हूँ भगत सिंह जी की, जिनका नाम सुनते ही हर भारतीय का सिर गर्व से ऊँचा हो जाता है। आज के इस विशेष कार्यक्रम में हम भगत सिंह जी के जीवन और उनकी देशभक्ति को याद करेंगे।

आज का दिन न केवल भगत सिंह जी के योगदान को याद करने का दिन है, बल्कि हमें उनके दिखाए रास्ते पर चलने की प्रेरणा भी देता है। तो चलिए, इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं और इस खास दिन को और भी यादगार बनाते हैं।

भगत सिंह का जीवन परिचय (Introduction to Bhagat Singh’s Life)
भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब के लायलपुर जिले के बंगा गाँव में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। उनका पूरा परिवार आजादी के लिए लड़ने वालों में से था, इसलिए बचपन से ही उनके मन में देशप्रेम की भावना जागृत हो गई थी। मात्र 23 साल की उम्र में भगत सिंह ने फांसी के फंदे को गले लगाया और शहीद हो गए। उनकी कुर्बानी ने पूरे देश को स्वतंत्रता के प्रति जागरूक किया।

देशभक्ति का जज्बा (Spirit of Patriotism)
भगत सिंह का देशप्रेम उनके हर एक काम में झलकता था। उन्होंने कभी अपने लिए नहीं सोचा, बल्कि हमेशा देश की आजादी के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। 1929 में उन्होंने दिल्ली के सेंट्रल असेंबली में बम फेंका था, लेकिन उनका उद्देश्य किसी को नुकसान पहुँचाना नहीं था, बल्कि ब्रिटिश हुकूमत को यह दिखाना था कि भारतीय अब और गुलामी सहन नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा था, “इंकलाब जिंदाबाद” जिसका मतलब है ‘क्रांति अमर रहे’। उनकी यह सोच आज भी हमें प्रेरित करती है कि हमें कभी अन्याय के खिलाफ चुप नहीं बैठना चाहिए।

कविता प्रस्तुति (Poetry Presentation)
अब हमारे बीच हमारे स्कूल के छात्र/छात्रा एक प्रेरणादायक कविता प्रस्तुत करेंगे, जो भगत सिंह जी की देशभक्ति और साहस को दर्शाएगी।
कृपया जोरदार तालियों से उनका स्वागत करें!

[कविता प्रस्तुति]

कविता:
“वो युवा जिसने देश के लिए जीवन दिया,
अपनी कुर्बानी से स्वतंत्रता की ज्योत जला दिया।
इंकलाब के नारे से जिसने देश को जगाया,
वो भगत सिंह था, जिसने आजादी का सपना सजाया।”

धन्यवाद, यह कविता वाकई में बहुत प्रेरणादायक थी!

भगत सिंह की विचारधारा (Bhagat Singh’s Ideology)
भगत सिंह सिर्फ एक क्रांतिकारी नहीं थे, बल्कि एक गहरे विचारक भी थे। उन्होंने युवाओं को देश के प्रति जागरूक करने के लिए कई लेख लिखे और भाषण दिए। भगत सिंह का मानना था कि केवल हथियारों से क्रांति नहीं लाई जा सकती, बल्कि समाज में जागरूकता और विचारों की क्रांति जरूरी है।

उनकी विचारधारा आज भी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने कहा था, “जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती है, दूसरों के कंधों पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं।” उनका यह कथन हमें आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान का संदेश देता है।

देश के प्रति उनके योगदान (Contribution to the Nation)
भगत सिंह ने अपने जीवन का हर एक पल देश के लिए समर्पित किया। उनके द्वारा किए गए कार्यों ने अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई को और तेज कर दिया। उनकी शहादत के बाद देशभर में क्रांति की लहर दौड़ गई, और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

नाटक प्रस्तुति (Drama Presentation)
अब हमारे स्कूल के छात्र एक छोटा सा नाटक प्रस्तुत करेंगे, जिसमें भगत सिंह जी के जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को दिखाया जाएगा।
कृपया तालियों से उनका स्वागत करें!

[नाटक प्रस्तुति]

वाह, यह नाटक वाकई में बहुत शानदार था! छात्रों ने बहुत ही अच्छे तरीके से भगत सिंह जी के जीवन की घटनाओं को प्रस्तुत किया।

शहीदों को श्रद्धांजलि (Tribute to the Martyrs)
भगत सिंह जी जैसे शहीदों की वजह से आज हम आजाद भारत में जी रहे हैं। उनका बलिदान हमें हमेशा यह याद दिलाता है कि आजादी की कीमत कितनी बड़ी होती है। हमें हमेशा अपने शहीदों को सम्मान और श्रद्धांजलि देनी चाहिए और उनकी कुर्बानियों को याद रखना चाहिए।

उपसंहार (Conclusion)
आज का यह कार्यक्रम हम सभी के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव रहा। भगत सिंह जी का जीवन और उनके विचार हमें यह सिखाते हैं कि देश के लिए कुछ करने का जज्बा ही असली देशभक्ति है। हमें उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए और उनके दिखाए रास्ते पर चलने का प्रयास करना चाहिए।

अंत में, मैं सभी का धन्यवाद करना चाहूंगा, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मदद की। यह कार्यक्रम केवल एक छोटा सा प्रयास था, भगत सिंह जी के महान योगदान को याद करने का। हमें आशा है कि आप सभी ने इस कार्यक्रम का आनंद लिया होगा और कुछ नया सीखा होगा।

अंतिम शब्द (Closing Remarks)
धन्यवाद दोस्तों, आप सभी ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इसे सफल बनाया। भगत सिंह जी के जीवन से हमें यह सिखने को मिलता है कि सच्ची देशभक्ति का मतलब है अपने देश के लिए हर संभव योगदान देना।
जय हिंद!

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