स्वागत भाषण:
नमस्ते सभी को,
आज हम सभी यहाँ बाल दिवस के इस खास अवसर पर एकत्रित हुए हैं। आज का दिन हर बच्चे के लिए एक खास दिन है क्योंकि आज का दिन उनकी मासूमियत और खुशियों का दिन है। सभी को बाल दिवस की बहुत सारी शुभकामनाएँ! आज का यह दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी, जो बच्चों से बेहद प्रेम करते थे, उनकी याद में मनाया जाता है। हम उनका सम्मान करते हुए इस खास दिन को उन सभी बच्चों के लिए समर्पित करते हैं जिन्होंने हमारे समाज में अपनी मासूमियत से नए रंग भर दिए हैं।
हमारी आज की यह विशेष बाल दिवस की कार्यक्रम की शुरुआत करने से पहले, सभी बच्चों और अतिथियों का हार्दिक स्वागत करना चाहेंगे। आप सभी का यहाँ आने के लिए दिल से धन्यवाद!
पंडित जवाहरलाल नेहरू का परिचय:
हमारे देश के पहले प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू जी, को हम प्यार से ‘चाचा नेहरू’ कह कर बुलाते हैं। उन्हें बच्चों से बेहद प्रेम था और वह हमेशा उनके भविष्य को सुधारने के लिए कार्यरत रहे। चाचा नेहरू का मानना था कि बच्चे ही हमारे देश का भविष्य हैं और अगर उन्हें अच्छी शिक्षा और परवरिश मिले, तो हमारा देश उनके साथ तरक्की करेगा। आज उनकी याद में हम बाल दिवस मनाते हैं, और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प लेते हैं।
कहानी – चाचा नेहरू और एक प्यारा बच्चा:
एक बार का वाकया है जब चाचा नेहरू किसी स्कूल के फंक्शन में गए थे। उस वक़्त एक छोटा सा बच्चा उनके पास आया और बोला, “चाचा नेहरू, आप हमेशा फूल क्यों लगाते हैं?” चाचा नेहरू मुस्कुराए और बोले, “क्योंकि मुझे फूल और बच्चे दोनों ही बहुत पसंद हैं।” उस बच्चे ने भी एक छोटा सा फूल चाचा नेहरू को दिया और कहा, “आप हम सब बच्चों के चमन के फूल हैं, चाचा नेहरू!” इसके बाद चाचा नेहरू हमेशा के लिए उस बच्चे की याद में रह गए और हम सब उन्हें “चाचा नेहरू” कहने लगे।
कविता – बच्चों की दुनिया:
आए आए आज का दिन खास है, बच्चों के चेहरे पे मुस्कुराहट की बात है। चाचा नेहरू का प्रेम सब पर बरसे, बच्चों की दुनिया में खुशी का रंग भरे।
इसी वजह से, हमारे प्यारे चाचा जी ने कहा, बच्चों के बिना दुनिया अधूरी सी लगे सदा। आए मिलकर मनाएं हम बाल दिवस, सबको खुशियाँ और प्यार दिखाएं।
मजेदार गतिविधि – चलो एक कहानी बनाएं:
अब सभी बच्चे मिल कर एक मजेदार गतिविधि में शामिल होंगे। इस गतिविधि का नाम है “चलो एक कहानी बनाएं।” मैं यहाँ एक छोटी शुरुआत करूंगा और आप सभी को इस कहानी में नए नए मोड़ लाना होगा। शुरू करते हैं – “एक बार एक छोटा सा बच्चा एक बगीचे में गया, वहाँ उसने देखा कि…”
(दर्शकों के साथ मिलकर कहानी को जारी कराएं और उसमें मज़ा और हंसी भरने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करें।)
छोटी कहानी – एक सच्चा दोस्त:
एक बार का वाकया है, एक छोटे से गाँव में दो अच्छे दोस्त रहते थे – राजू और श्याम। राजू हमेशा श्याम की मदद करता था और श्याम भी उसका सच्चा दोस्त था। एक दिन राजू ने देखा कि श्याम दुखी है क्योंकि उसके पास नए कपड़े और खिलौने नहीं हैं। राजू ने अपने खिलौने और कपड़े श्याम के साथ बाँट दिए और कहा, “सच्ची दोस्ती का मतलब सिर्फ देना और लेना नहीं, बल्कि एक दूसरे की खुशी में खुश रहना है।” बच्चों, दोस्ती और खुशी का असर इस दुनिया में सबसे बड़ा है और इसे कभी भी भूलना नहीं चाहिए।
कविता – छोटी सी खुशी:
ये दिन है प्यारा प्यारा, बच्चों का ये त्योहार है सारा। छोटी सी दुनिया, छोटी सी खुशी, इसी में है सबकी चाह और प्रार्थना।
हमें मिलकर चलना है साथ में, मस्ती और प्यार के पथ पर इस राह में।
मजेदार गतिविधि – गाने का अंदाज़ा लगाएं:
अब हमारे कार्यक्रम में थोड़ी और मस्ती लाएं और एक मजेदार खेल खेलते हैं – “गाने का अंदाज़ा लगाएं!” मैं आपको कुछ लाइनें सुनाऊंगा किसी पॉपुलर बच्चों के गाने की और आप सभी को अंदाज़ा लगाना है कि वो कौन सा गाना है। आइए, मजा लें!
उदाहरण:
“लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा…” (दर्शकों से जवाब मिलेगा और वहाँ से मज़ा और शोर मच जाएगा।)
बच्चों के महत्व पर एक भाषण:
बच्चों, आप हमारे देश का भविष्य हैं। अगर आप अच्छे इंसान बनेंगे तो हमारा भारत भी और अच्छा बनेगा। आप में हर एक मेहनत, हिम्मत और प्यार का विकास हो। हम सब मिल कर आपको एक नई सोच और जिंदगी देना चाहते हैं। यह जिम्मेदारी हमारी है कि आपका आने वाला कल सुरक्षित और सुंदर हो। इसलिए आज, हम यह प्रतिज्ञा करते हैं कि आपको पढ़ाई और विकास के अच्छे मौके देंगे।
कविता – बच्चों का आसमान:
बच्चों का आसमान है बड़ा प्यारा, उनके सपनों में रंग बिरंगा उजियारा।
सपने जो वो देखते हैं, हमारे सपनों को सजाते हैं, इस दुनिया में प्यार और मुस्कुराहट बनते हैं।
छोटी कहानी – प्यासा कौआ:
एक दिन का वाकया है, एक प्यासा कौआ पानी ढूँढ रहा था। उसने एक मटका देखा लेकिन उसमें पानी का स्तर बहुत नीचे था। कौवे ने अपने दिमाग से काम लिया और छोटे-छोटे पत्थर उठाकर मटके में डालने लगा। धीरे-धीरे पानी ऊपर आ गया और उसने पानी पिया। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि मेहनत और दिमाग से हम हर मुश्किल को आसान बना सकते हैं।
समापन – बाल दिवस संदेश:
बच्चों, आज का दिन आपके लिए है। यह दिन आपके सपनों, आपके प्यार और आपकी मासूमियत को मनाने का है। आज के दिन हम सब आपसे यह वादा करते हैं कि आपको हमेशा प्यार, सुरक्षा और अच्छे समय मिलें। आपके बिना दुनिया अधूरी है, और आप ही इस दुनिया को रंगीन बनाते हैं। हम सब की तरफ से आपको बाल दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएँ!
शायरी – बच्चों का दिन है आज:
बच्चों का दिन है आज, सभी में है उमंग, ये छोटी सी दुनिया में रहे सदा इनका रंग।
ये हँसेंगे, खेलेंगे और मुस्कुराएंगे, सबके दिल में अपनी जगह बनाएंगे।
आइए अब हम सब मिलकर एक आखिरी बार जोर से “हैप्पी बाल दिवस!” का नारा लगाते हैं!